Gopal Ratna Award 2024 : पशुपालकों के लिए 5 लाख रुपए का गोपाल रत्न पुरस्कार, सुनहरा मौका
राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत पशुपालकों के लिए गोपाल रत्न पुरस्कार की घोषणा, 5 लाख रुपए तक का इनाम जीतने का मौका। 15 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन करें।
Gopal Ratna Award 2024 : पशुपालकों के लिए 5 लाख रुपए का गोपाल रत्न पुरस्कार, सुनहरा मौका
Khet Tak, 12 सितंबर 2024, नई दिल्ली: देश के पशुपालकों के लिए बड़ी खुशखबरी है! डेयरी उत्पादन को बढ़ावा देने और पशुपालकों की मेहनत को पहचान दिलाने के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के तहत गोपाल रत्न पुरस्कार 2024 की घोषणा की गई है। इस योजना के अंतर्गत पशुपालकों को 2 लाख से 5 लाख रुपए तक का पुरस्कार जीतने का मौका मिलेगा। यदि आप स्वदेशी नस्लों के गाय या भैंस का पालन करते हैं, तो 15 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन करके इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं।
गोपाल रत्न पुरस्कार
भारत सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा किसानों को स्थाई आजीविका प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत यह पुरस्कार दिया जा रहा है। यह पुरस्कार स्वदेशी दुधारू पशुओं की उत्पादकता बढ़ाने, आधुनिक डेयरी तकनीकों को अपनाने और प्रतिस्पर्धा की भावना को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रदान किया जाता है।
कौन कर सकता है आवेदन?
इस पुरस्कार के लिए वे किसान या डेयरी किसान पात्र हैं जो स्वदेशी नस्लों के गाय या भैंस का पालन करते हैं। इसके अलावा, सहकारी समितियों, दूध उत्पादक कंपनियों और किसान उत्पादक संगठनों को भी आवेदन करने का अवसर दिया गया है।
आवेदन की पात्रता के प्रमुख बिंदु:
- स्वदेशी नस्ल: पुरस्कार के लिए 53 मान्यता प्राप्त गायों और 620 भैंसों की नस्लों में से किसी एक नस्ल का पालन करना आवश्यक है।
- दुग्ध सहकारी समितियाँ और एफपीओ: जो प्रतिदिन कम से कम 100 लीटर दूध एकत्रित करती हैं (एनईआर राज्यों के लिए 20 लीटर) और गैर-एनईआर राज्यों में कम से कम 50 किसान/दूध उत्पादक सदस्य हों, वे पात्र हैं।
- एआई तकनीशियन: जिन्होंने कम से कम 90 दिनों का कृत्रिम गर्भाधान (एआई) का प्रशिक्षण लिया हो, वे भी पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकते हैं। (पशु चिकित्सक इस पुरस्कार के लिए पात्र नहीं होंगे।)
कैसे करें आवेदन?
इस पुरस्कार के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 सितंबर 2024 है। पशुपालक और संबंधित संगठन ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी और आवेदन करने के लिए यहाँ क्लिक करें.
गोपाल रत्न पुरस्कार के फायदे
यह पुरस्कार न केवल पशुपालकों को आर्थिक सहायता प्रदान करता है बल्कि उन्हें प्रोत्साहन भी देता है कि वे बेहतर तकनीकों और वैज्ञानिक तरीकों से अपनी उत्पादकता को बढ़ाएं। इससे दूध उत्पादन में वृद्धि होती है और भारत में डेयरी उद्योग को भी मजबूती मिलती है।
पशुपालन और डेयरी के क्षेत्र में अन्य प्रयास
सरकार का पशुपालन और डेयरी विभाग डेयरी किसानों, सहकारी समितियों, और डेयरी उत्पादक कंपनियों को स्थाई आजीविका प्रदान करने के लिए लगातार प्रयासरत है। राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अलावा, सरकार ने कई अन्य योजनाएँ भी शुरू की हैं, जैसे कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और राष्ट्रीय पशुधन मिशन, जिनसे पशुपालकों को सीधा लाभ मिलता है।